Cheque धारकों के लिए अलर्ट! RBI ने चेक साइन को लेकर जारी किया सख़्त आदेश

RBI Cheque Signature Rules: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने चेक लेनदेन को लेकर एक अहम आदेश जारी किया है, जिससे करोड़ों बैंक खाताधारकों को सतर्क हो जाना चाहिए। अब अगर किसी चेक पर हस्ताक्षर (Sign) में गड़बड़ी या मेल न होने की स्थिति बनती है, तो वह चेक सीधा रिजेक्ट कर दिया जाएगा। यह फैसला चेक फ्रॉड की बढ़ती घटनाओं को रोकने के लिए लिया गया है। कई बार ग्राहक जल्दबाजी या लापरवाही में सिग्नेचर बदल देते हैं, जो बैंक रिकॉर्ड से मेल नहीं खाते। RBI ने बैंकों को निर्देश दिया है कि वे चेक क्लीयरेंस के समय सिग्नेचर की पूरी जांच करें और यदि कोई अंतर हो तो तुरंत उसे अमान्य कर दिया जाए। इससे धोखाधड़ी के मामलों में भारी गिरावट की उम्मीद है।

सिग्नेचर में समानता जरूरी

RBI के इस निर्देश के अनुसार, अब चेक पर किया गया हस्ताक्षर पूरी तरह से बैंक रिकॉर्ड में दर्ज सिग्नेचर से मेल खाना चाहिए। यदि थोड़ा भी अंतर पाया गया, तो बैंक को चेक रिजेक्ट करने का पूरा अधिकार होगा। इससे उन मामलों पर रोक लगेगी जिनमें जाली हस्ताक्षर के जरिए फर्जी ट्रांजैक्शन किए जाते थे। ग्राहक को अब सलाह दी जा रही है कि वे अपने सिग्नेचर को स्थिर रखें और यदि हस्ताक्षर बदल गए हों तो तुरंत बैंक को सूचित करें और नया सिग्नेचर अपडेट कराएं। यह सुरक्षा की दिशा में एक सख्त लेकिन जरूरी कदम माना जा रहा है।

बैंक होंगे सतर्क

RBI के इस फैसले के बाद सभी बैंकों को चेक क्लियरेंस प्रक्रिया को और अधिक मजबूत बनाना होगा। बैंकों को अब हर चेक की जांच करते समय हस्ताक्षर को बारीकी से मिलान करना अनिवार्य होगा। इसके लिए बैंकिंग स्टाफ को विशेष ट्रेनिंग भी दी जा रही है ताकि किसी भी प्रकार की गलती या फ्रॉड की संभावना को कम किया जा सके। चूंकि अब यह आदेश सख्ती से लागू किया जा रहा है, इसलिए बैंक भी किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरत पाएंगे। इससे ग्राहक के खाते की सुरक्षा और ट्रांजैक्शन की वैधता सुनिश्चित होगी।

ग्राहकों की जिम्मेदारी

अब ग्राहकों की भी जिम्मेदारी है कि वे अपने हस्ताक्षर को लेकर सतर्क रहें। यदि किसी कारण से आपका सिग्नेचर पहले से बदल चुका है, तो तुरंत बैंक में जाकर नया सिग्नेचर अपडेट कराना आवश्यक है। कई बार लोग यह सोचकर लापरवाही कर देते हैं कि थोड़ा फर्क चल जाएगा, लेकिन अब RBI ने स्पष्ट कर दिया है कि एक भी अक्षर या रेखा का अंतर होने पर चेक अमान्य कर दिया जाएगा। इसलिए चेक साइन करते समय सावधानी बरतें और अपने सिग्नेचर को एक जैसा बनाए रखें। यही सतर्कता भविष्य में आपको परेशानी से बचा सकती है।

फर्जीवाड़े पर रोक

इस नए आदेश का सबसे बड़ा उद्देश्य बैंकिंग सिस्टम में बढ़ रहे चेक फ्रॉड को रोकना है। कई मामलों में जाली चेक और नकली सिग्नेचर के जरिए लाखों की धोखाधड़ी की जाती थी। RBI के सख्त आदेश के बाद अब ऐसा संभव नहीं होगा। हर चेक पर हस्ताक्षर की वैधता को प्राथमिकता दी जाएगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि केवल असली खातेधारक का ही सिग्नेचर हो। इससे चेक आधारित लेनदेन अधिक सुरक्षित और पारदर्शी बनेंगे। बैंकिंग सेक्टर में यह बड़ा सुधार माना जा रहा है जो सीधे ग्राहक हितों की रक्षा करेगा।

सिग्नेचर अपडेट प्रक्रिया

यदि आपका हस्ताक्षर किसी कारणवश बदल गया है या बदलना जरूरी है, तो घबराएं नहीं। आप अपनी शाखा में जाकर या नेट बैंकिंग के माध्यम से ‘सिग्नेचर अपडेट’ प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। इसके लिए एक आवेदन पत्र, पहचान पत्र की प्रति और नया हस्ताक्षर देना होगा। कई बैंक अब यह सेवा ऑनलाइन भी उपलब्ध करा रहे हैं। ध्यान रखें कि नया सिग्नेचर अपडेट होने तक किसी भी प्रकार के चेक साइन करने से बचें, ताकि रद्द होने की स्थिति न बने। यह प्रक्रिया सरल और समयबद्ध होती है और ग्राहकों को किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता।

डिजिटल सिग्नेचर का विकल्प

जैसे-जैसे डिजिटल बैंकिंग बढ़ रही है, RBI अब डिजिटल सिग्नेचर को भी बढ़ावा दे रहा है। कई बैंकों ने पहले से ही अपने ऐप और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर डिजिटल सिग्नेचर के जरिए ट्रांजैक्शन की सुविधा शुरू कर दी है। यह न केवल सुरक्षित है, बल्कि जाली हस्ताक्षर की संभावना भी लगभग खत्म कर देता है। भविष्य में डिजिटल सिग्नेचर को अधिक अधिकारिक और मान्य बनाने की योजना पर भी काम चल रहा है। ऐसे में ग्राहक को चाहिए कि वह डिजिटल विकल्पों को अपनाए और पारंपरिक चेक आधारित प्रणाली में भी सुरक्षा बनाए रखे।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

प्र1: नया चेक साइन नियम कब से लागू हुआ है?
उत्तर: यह आदेश जुलाई 2025 से प्रभाव में आ चुका है और सभी बैंकों पर अनिवार्य है।

प्र2: क्या थोड़ा फर्क होने पर भी चेक रिजेक्ट हो जाएगा?
उत्तर: हां, RBI के अनुसार, सिग्नेचर में मामूली अंतर होने पर भी चेक अमान्य माना जाएगा।

प्र3: सिग्नेचर बदल गया है, अब क्या करें?
उत्तर: तुरंत अपने बैंक में जाकर नया सिग्नेचर अपडेट करवाएं और रिकॉर्ड संशोधित कराएं।

प्र4: क्या डिजिटल सिग्नेचर मान्य है?
उत्तर: हां, RBI डिजिटल सिग्नेचर को प्रमोट कर रहा है और कई बैंक इसे स्वीकार करते हैं।

प्र5: चेक रिजेक्ट होने पर क्या उपाय है?
उत्तर: आप बैंक से कारण जान सकते हैं और सही सिग्नेचर के साथ नया चेक जारी कर सकते हैं।

मेरा नाम प्रोगिता धोटे है और मैं पिछले दो वर्षों से कंटेंट लेखन के क्षेत्र में कार्यरत हूं। मैं मुख्य रूप से फाइनेंस, टेक्नोलॉजी, ऑटोमोबाइल और शिक्षा जैसे विषयों पर लेख लिखती हूं, जिनमें 100% शुद्ध और विश्वसनीय जानकारी शामिल होती है। मेरा उद्देश्य केवल जानकारी देना नहीं, बल्कि पाठकों को पढ़ने का एक नया और बेहतर अनुभव देना है। अगर आप भी जरूरी और सटीक जानकारी से अपडेट रहना चाहते हैं, तो मेरे साथ जुड़े रहें और ज्ञान को बनाएं अपनी सबसे बड़ी ताकत।

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