बेटी वालों के लिए खुशखबरी, सरकार दे रही हर साल ₹5000 रुपये! योजना के लिए अभी करें आवेदन

Published On: July 16, 2025

Gaon Ki Beti Yojana: सरकार ने बेटियों के उज्ज्वल भविष्य और परिवारों की आर्थिक मदद के लिए एक नई योजना की शुरुआत की है, जिसके तहत बेटी के जन्म के बाद परिवार को हर साल ₹5000 रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। यह योजना विशेष रूप से गरीब और निम्न आय वर्ग के परिवारों के लिए तैयार की गई है ताकि वे बेटी के पालन-पोषण और शिक्षा में किसी तरह की कमी महसूस न करें। केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा संयुक्त रूप से लागू की गई यह योजना देशभर में चरणबद्ध तरीके से लागू की जा रही है। योजना का उद्देश्य लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाना और लिंगानुपात में सुधार लाना है।

योजना का उद्देश्य

इस योजना का मुख्य उद्देश्य बेटी के जन्म पर परिवारों को आर्थिक संबल देना है ताकि लोग लड़कियों के जन्म को बोझ न समझें। आज भी कई ग्रामीण क्षेत्रों में बेटियों के जन्म पर खुशी नहीं मनाई जाती, क्योंकि उन्हें खर्च का कारण माना जाता है। सरकार चाहती है कि इस सोच में बदलाव लाया जाए और परिवारों को बेटी के जन्म पर प्रोत्साहित किया जाए। इस योजना से न सिर्फ आर्थिक सहायता मिलेगी, बल्कि समाज में बेटियों को सम्मान भी मिलेगा। सरकार का मानना है कि शिक्षा और आर्थिक मदद से बेटियां अपने पैरों पर खड़ी हो सकती हैं।

कितनी राशि मिलेगी

इस योजना के तहत लाभार्थियों को हर साल ₹5000 रुपये दिए जाएंगे, जो बेटी की उम्र 18 वर्ष होने तक मिलते रहेंगे। यानी अगर कोई परिवार लगातार योजना में पंजीकृत रहता है, तो उसे कुल ₹90,000 रुपये तक की सहायता मिल सकती है। कुछ राज्यों में यह राशि सीधे बैंक खाते में DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से भेजी जाती है। यह पैसा बेटी के नाम से खोले गए बैंक खाते में जमा होता है और इसका उपयोग शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य आवश्यक खर्चों में किया जा सकता है। सरकार समय-समय पर इस राशि में बढ़ोतरी भी कर सकती है।

पात्रता की शर्तें

योजना का लाभ उठाने के लिए कुछ पात्रता शर्तें तय की गई हैं। सबसे पहले, यह लाभ केवल उन्हीं परिवारों को मिलेगा जिनकी सालाना आय सरकार द्वारा निर्धारित सीमा से कम है। लाभार्थी परिवार के पास गरीबी रेखा से नीचे (BPL) का प्रमाण होना चाहिए या उसके पास राशन कार्ड होना अनिवार्य है। बेटी का जन्म भारत में होना चाहिए और उसका जन्म प्रमाण पत्र बनवाना आवश्यक है। इसके अलावा परिवार में अधिकतम दो बेटियां ही इस योजना के अंतर्गत शामिल की जा सकती हैं। तीसरी बेटी के लिए योजना का लाभ नहीं मिलेगा।

आवेदन की प्रक्रिया

इस योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया बहुत ही सरल और ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों माध्यम से उपलब्ध है। इच्छुक अभिभावक अपने नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र, ग्राम पंचायत कार्यालय या जन सेवा केंद्र (CSC) जाकर फॉर्म भर सकते हैं। इसके अलावा कुछ राज्यों ने योजना के लिए डिजिटल पोर्टल भी लॉन्च किए हैं जहां से फॉर्म डाउनलोड कर या सीधे आवेदन किया जा सकता है। आवेदन करते समय बेटी का जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, माता-पिता का पहचान पत्र, बैंक पासबुक और आय प्रमाण पत्र की कॉपी संलग्न करना अनिवार्य है। आवेदन की स्थिति एसएमएस या पोर्टल पर लॉगिन कर जांची जा सकती है।

पैसा कब और कैसे मिलेगा

सरकार द्वारा तय प्रक्रिया के अनुसार, फॉर्म की जांच के बाद बेटी के नाम से बने बैंक खाते में सालाना ₹5000 की राशि जमा कर दी जाएगी। कई राज्यों में यह राशि एक साथ दी जाती है जबकि कुछ जगहों पर इसे दो या तीन किश्तों में वितरित किया जाता है। भुगतान की स्थिति को लाभार्थी अपने मोबाइल नंबर पर एसएमएस या संबंधित पोर्टल के माध्यम से ट्रैक कर सकते हैं। सरकार इस पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी रखने के लिए DBT प्रणाली का उपयोग कर रही है ताकि किसी बिचौलिए की भूमिका न हो और पैसा सीधे लाभार्थी तक पहुंचे।

किन राज्यों में लागू

यह योजना फिलहाल उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में शुरू की गई है। इसके अलावा अन्य राज्यों में भी इसी तरह की योजनाएं अलग-अलग नामों से संचालित की जा रही हैं, जैसे ‘लाडली लक्ष्मी योजना’, ‘कन्या सुमंगला योजना’, ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ आदि। राज्य सरकारें अपनी स्थिति के अनुसार राशि और लाभ की शर्तें निर्धारित करती हैं। आने वाले समय में केंद्र सरकार इस योजना को पूरे देश में लागू करने की दिशा में काम कर रही है ताकि देश की हर बेटी को आर्थिक सहयोग मिल सके।

अन्य लाभ भी होंगे

₹5000 की सालाना सहायता के अलावा कई राज्यों ने योजना में अतिरिक्त लाभ भी जोड़ दिए हैं। जैसे कुछ जगहों पर बेटी के स्कूल में प्रवेश पर यूनिफॉर्म, किताबें और स्कूल बैग मुफ्त दिए जाते हैं। वहीं कई राज्यों में 12वीं पास करने पर एकमुश्त राशि का भी प्रावधान किया गया है। यह योजना न केवल आर्थिक रूप से सहायक है बल्कि बेटियों को शिक्षा, स्वास्थ्य और आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रेरित करती है। कई जगहों पर बेटियों के लिए विशेष छात्रवृत्तियों और स्कॉलरशिप की सुविधा भी इस योजना से जोड़ दी गई है जिससे उनका भविष्य और सुरक्षित हो सके।

आवेदन में क्या सावधानी रखें

आवेदन करते समय दस्तावेजों की सत्यता बहुत जरूरी है। यदि कोई गलत जानकारी दी जाती है तो आवेदन अस्वीकार हो सकता है या बाद में लाभ रोका जा सकता है। इसलिए जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड और बैंक खाता विवरण सही और अपडेटेड होना चाहिए। इसके अलावा आवेदन समय सीमा के भीतर जमा करें ताकि पहले ही वर्ष से लाभ मिलना शुरू हो जाए। अगर किसी दस्तावेज की कमी है तो उसे जल्द से जल्द पूरा कर लें। योजना में पंजीकरण के बाद नियमित रूप से लाभ की स्थिति जांचते रहें ताकि किसी भी तकनीकी वजह से पैसा अटक न जाए।

FAQ: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

1. इस योजना में कितनी राशि मिलती है?
हर साल ₹5000 रुपये की राशि बेटी के बैंक खाते में भेजी जाती है।
2. योजना का लाभ कितनी बेटियों को मिलेगा?
एक परिवार को अधिकतम दो बेटियों तक यह लाभ मिलेगा।
3. आवेदन कैसे करें?
नजदीकी आंगनवाड़ी, पंचायत कार्यालय या CSC केंद्र पर जाकर आवेदन किया जा सकता है।
4. क्या यह योजना पूरे देश में लागू है?
फिलहाल यह योजना कुछ राज्यों में शुरू हुई है, जल्द ही देशभर में विस्तार होगा।
5. पैसा कब मिलेगा और कैसे?
पात्रता सत्यापन के बाद सालाना ₹5000 की राशि DBT से खाते में आएगी।

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