Ujjwala Yojana LPG Subsidy: प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) देश की गरीब महिलाओं को रसोई गैस की सुविधा देने के लिए शुरू की गई थी। इस योजना के तहत मुफ्त गैस कनेक्शन दिए जाते हैं ताकि महिलाएं लकड़ी या कोयले से खाना पकाने की मजबूरी से बाहर निकल सकें। सरकार इस योजना में समय-समय पर सब्सिडी के रूप में राहत देती रही है। अब फिर से उज्ज्वला योजना की महिलाओं को गैस सिलेंडर पर ₹90 की अतिरिक्त सब्सिडी का फायदा मिलेगा। इस कदम से रसोई का खर्च घटेगा और गरीब तबके की महिलाओं को बड़ी राहत मिलेगी। योजना का मकसद महिलाओं के स्वास्थ्य की रक्षा करना और पर्यावरण को स्वच्छ बनाना है।
गैस सिलेंडर अब ₹90 सस्ता
सरकार ने हाल ही में घोषणा की है कि उज्ज्वला योजना के तहत गैस सिलेंडर की कीमत में ₹90 की कटौती की गई है। पहले से मिल रही सब्सिडी के अलावा यह अतिरिक्त राहत दी गई है। इसका मतलब है कि उज्ज्वला लाभार्थी महिलाएं अब सामान्य ग्राहकों की तुलना में काफी कम कीमत पर एलपीजी सिलेंडर प्राप्त कर सकेंगी। उदाहरण के लिए, अगर किसी शहर में घरेलू सिलेंडर की कीमत ₹950 है, तो उज्ज्वला योजना के तहत वह सिलेंडर ₹860 में मिलेगा। यह कटौती सीधे बैंक खाते में सब्सिडी के रूप में ट्रांसफर की जाएगी। त्योहारों के समय रसोई खर्च में यह राहत काफी मददगार साबित हो सकती है।
कितनी मिलेगी कुल सब्सिडी
सरकार उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को पहले से ₹300 की सब्सिडी दे रही थी। अब इसमें ₹90 और जोड़े जाने के बाद कुल सब्सिडी ₹390 हो गई है। यह सब्सिडी सिलेंडर की वास्तविक कीमत से घटकर सीधे ग्राहक को लाभ देती है। यानी उज्ज्वला योजना की महिला को प्रति सिलेंडर ₹390 की छूट मिलती है। यह राशि सीधा उनके लिंक्ड बैंक खाते में भेजी जाती है, जिससे उन्हें नकद खर्च नहीं करना पड़ता। कुछ राज्यों में राज्य सरकारें भी अतिरिक्त सब्सिडी देती हैं, जिससे कुछ लाभार्थियों को और भी सस्ता सिलेंडर मिल सकता है। यह आर्थिक राहत ग्रामीण और शहरी गरीब महिलाओं दोनों के लिए महत्वपूर्ण है।
कौन उठा सकता है लाभ
यह छूट केवल उन्हीं महिलाओं को मिलेगी जो प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत रजिस्टर्ड हैं। योजना के लाभार्थी वे परिवार होते हैं जिनके पास गरीबी रेखा के नीचे (BPL) का राशन कार्ड है और जिनका नाम SECC डाटा में शामिल है। आवेदन करते समय महिला के नाम पर गैस कनेक्शन होना चाहिए और आधार कार्ड, बैंक खाता आदि दस्तावेज पूरे होने चाहिए। अगर आप पहले से इस योजना की लाभार्थी हैं, तो आपको कोई नया आवेदन नहीं करना है। कटौती अपने आप लागू हो जाएगी और सब्सिडी सीधे खाते में आएगी। अगर कोई पात्र महिला अभी तक जुड़ी नहीं है, तो वह आवेदन करके योजना से जुड़ सकती है।
आवेदन की प्रक्रिया
उज्ज्वला योजना से जुड़ने के लिए पात्र महिला को अपने नजदीकी गैस एजेंसी में जाकर आवेदन करना होता है। इसके लिए आधार कार्ड, राशन कार्ड, बैंक पासबुक और एक पासपोर्ट साइज फोटो की जरूरत होती है। अगर आप चाहें तो ऑनलाइन पोर्टल https://www.pmuy.gov.in पर जाकर भी आवेदन कर सकती हैं। वहां से फॉर्म डाउनलोड कर एजेंसी में जमा करना होगा। एक बार डॉक्युमेंट्स की जांच हो जाने के बाद मुफ्त गैस कनेक्शन जारी कर दिया जाता है। सरकार इसके साथ एक स्टोव और पहली रिफिल की सुविधा भी देती है। आवेदन की प्रक्रिया पूरी तरह से फ्री है।
कैसे मिलेगी सब्सिडी
जब भी उज्ज्वला योजना की लाभार्थी महिला सिलेंडर बुक करती है, तो पूरा भुगतान करना पड़ता है। इसके बाद सब्सिडी की राशि 3 से 5 दिनों के भीतर उसके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है। अब ₹90 की अतिरिक्त छूट भी इसी तरह सीधे खाते में जमा की जाएगी। इसके लिए बैंक खाता आधार से लिंक होना जरूरी है। अगर लिंकिंग में कोई गड़बड़ी है, तो सब्सिडी अटक सकती है। इसलिए जरूरी है कि लाभार्थी महिला अपने बैंक की KYC और आधार की स्थिति समय-समय पर जांचती रहे। यह प्रक्रिया DBT (Direct Benefit Transfer) सिस्टम के तहत पूरी होती है।
कितने सिलेंडर मिलते हैं
उज्ज्वला योजना के अंतर्गत महिला लाभार्थी को एक वर्ष में 12 सिलेंडर की सब्सिडी मिलती है। इसका मतलब है कि वह हर महीने एक सिलेंडर बुक कर सकती है और हर बार ₹390 तक की राहत पा सकती है। त्योहारों या खास अवसरों पर अगर अतिरिक्त रसोई की जरूरत हो, तो लाभार्थी बिना सब्सिडी के भी अतिरिक्त सिलेंडर खरीद सकती हैं। हालांकि, सब्सिडी का लाभ सिर्फ 12 सिलेंडरों तक ही सीमित रहता है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि महिलाएं नियमित रूप से सिलेंडर बुक करें, सरकार ने रिमाइंडर एसएमएस और मोबाइल ऐप की सुविधा भी शुरू की है।
गरीबों को राहत का प्रयास
गैस सिलेंडर की बढ़ती कीमतों के बीच यह ₹90 की कटौती सरकार की तरफ से राहत देने वाला कदम है। खासकर रक्षाबंधन और अन्य त्योहारों से पहले यह घोषणा गरीब परिवारों के लिए आर्थिक सहारा बन सकती है। यह पहल न सिर्फ महिलाओं की सेहत को ध्यान में रखती है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर भी बनाती है। उज्ज्वला योजना के तहत पहले ही लाखों महिलाओं को लाभ मिला है और अब इस अतिरिक्त सब्सिडी से और भी घरों की रसोई रोशन होगी। सरकार का उद्देश्य यही है कि कोई भी महिला पारंपरिक ईंधन के धुएं से परेशान न हो और उसे गैस जैसी सुरक्षित सुविधा मिल सके।
FAQs: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
प्रश्न 1: उज्ज्वला योजना में गैस सिलेंडर कितने का मिलेगा?
नई सब्सिडी के बाद सिलेंडर लगभग ₹90 सस्ता मिलेगा, यानी कुल ₹390 की छूट के साथ मिलेगा।
प्रश्न 2: यह छूट किन्हें मिलेगी?
सिर्फ प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की रजिस्टर्ड महिला लाभार्थियों को यह लाभ मिलेगा।
प्रश्न 3: क्या सब्सिडी सीधे खाते में आएगी?
हाँ, सब्सिडी की पूरी राशि DBT के माध्यम से लाभार्थी महिला के बैंक खाते में ट्रांसफर होगी।
प्रश्न 4: इस योजना में कैसे जुड़ें?
आप नजदीकी गैस एजेंसी जाकर या https://www.pmuy.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकती हैं।
प्रश्न 5: एक साल में कितनी बार सब्सिडी मिलेगी?
एक लाभार्थी को साल में अधिकतम 12 बार यानी 12 सिलेंडरों पर सब्सिडी मिल सकती है।